इस पेड़ की खेती से जल्द बन सकते हैं करोड़पति, जानिए क्या है राज – अगर देश के किसानों को खेती करने के लिए बीज, सिंचाई करने के लिए यंत्र तथा खेत की तैयारी आदि में प्रयुक्त होने वाली उपकरणों को सही समय पर मुहैया करवाया जाए तो वो भी करोड़पति बन सकते हैं बस जरूरत है उन्हें सही समय पर खेती करने का तरीका बताने की जैसा कि हम सब जानते है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां के ज्यादातर किसान मौसमी सब्जियों, फलों और अनाजों की खेती करते हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताएंगे जिसकी खेती करने पर मुनाफा ही मुनाफा होता है हालांकि, इसकी खेती करने के बाद किसानों को थोड़ी सी सब्र की जरूरत होती है क्योंकि इस पेड़ को तैयार होने में अन्य पेड़ों के अपेक्षा थोड़ा ज्यादा समय लगता हैं |
आमतौर पर यह देखने को मिल जाता है की किसान अपने बगीचों या खेतों के किनारे फलों के पेड़ लगाते हैं, ताकि उनके फल देने के सीजन आने पर उन्हें बेचकर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके इन सबके बीच अगर चंदन का पेड़ लगा लिया जाए तो ये आपको सालों तक मुनाफा देता रहेगा चंदन की खेती में इतना मुनाफा है की जितना किसी भी सरकारी या प्राइवेट स्कीम में नहीं मिल सकता. इसके पेड़ 15-20 सालों में काटने लायक हो जाते है इसकी खेती करने में जितनी लागत आती है उतना अगर आप 15-20 साल तक किसी भी स्कीम में पैसा लगाएंगे तो भी इतना मुनाफा नहीं हो सकता जितना की इसको बेचने के बाद आपको होगा बता दे कि चंदन की लकड़ी औसतन 6 से 7 हजार रुपए प्रति किलो की दर से बाजारों में बिकती है, अगर क्वालिटी अच्छी हो तो 10 हजार रुपए किलो तक दाम आसानी से मिल जाते हैं
चंदन की खेती
चंदन की खेती करने के लिए किसानों को सबसे पहले चाहिए चंदन के बीज या फिर छोटा सा पौधा लाल चंदन के बीज बाजार में 2000 रुपए किलो के लगभग मिल जाएंगे किसान चाहें तो किसी नजदीकी नर्सरी से पौधे भी खरीद सकते हैं. गौरतलब है कि चंदन का पेड़ लाल मिट्टी में अच्छी तरह से उगता है इसके अलावा चट्टानी मिट्टी, पथरीली मिट्टी या चूनेदार मिट्टी में भी ये पेड़ उगाया जाता है हालांकि, गीली मिट्टी और ज्यादा मिनरल्स वाली मिट्टी में ये पेड़ तेजी से नहीं उग पाता
बुवाई का समय
अप्रैल और मई का महीना चंदन की बुवाई के लिए सबसे उत्तम होता है पौधे बोने से पहले अच्छी और गहरी जुताई करनी जरूरी होती है अगर आपके पास काफी जगह है तो एक खेत में 30 से 40 सेमी की दूरी पर चंदन के बीजों को बो दें मानसून के पेड़ में ये पौधे तेजी से बढ़ते हैं, लेकिन गर्मियों में इन्हें सिंचाई की जरूरत होती है. चंदन के पेड़ को 5 से 50 डिग्री सेल्सियस टेम्प्रेचर वाले इलाके में लगाना सही माना जाता है. इसके लिए 7 से 8.5 पीएच वाली मिट्टी उत्तम होती है 1 एकड़ भूमि में औसतन 400 पेड़ लगाए जाते है
कैसा होता है महोगनी का पेड़
महोगनी की लकड़ी मजबूत और काफी लंबे समय तक उपयोग में लाई जाने वाली लकड़ी होती है. यह लकड़ी लाल और भूरे रंग की होती है इस पर पानी के नुकसान का कोई असर नहीं होता है अगर वैज्ञानिकों के तर्कों की बात करें तो यह पेड़ 50 डिग्री सेल्सियस तक ही तापमान को सहने की क्षमता को बदार्शत कर सकता है और जल न भी हो तब भी यह लगातार बढ़ता ही जाता है |
पांच वर्ष में एक बार होता है बीज
इसकी लकड़ियां के इस्तेमाल चौकड़ा, फर्नीचर, और लकड़ी के अन्य नाव निर्माण के लिए होता है जो काफी बेशकीमती माना जाता है इसके पत्तों का उपयोग मुख्य रूप से कैंसर, ब्लडप्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई प्रकार के रोगों में होता है इसका पौधा पांच वर्षों में एक बार बीज देता है इसके एक पौधे से पांच किलों तक बीज प्राप्त किए जा सकते है. इसके बीज की कीमत काफी ज्यादा होती है और यह एक हजार रूपए प्रतिकिलो तक बिकते है अगर थोक की बात करें तो लकड़ी थोक में दो से 2200 रूपए प्रति घन फीट में आसानी से मिल जाती है यह एक औषधीय पौधा भी है, इसलिए इसके बीजो और फूलों का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवाइयों को बनाने में होता है |
इस वृक्ष की पत्तियों में एक खास तरह का गुण पाया जाता है, जिससे इसके पेड़ो के पास किसी भी तरह के मच्छर और कीट नहीं आते है इस वजह से इसकी पत्तियों और बीज के तेल का इस्तेमाल मच्छर मारने वाली दवाइयों और कीटनाशक को बनाने में किया जाता है इसके तेल का उपयोग कर साबुन, पेंट, वार्निस और कई तरह की दवाइयों को बनाया जाता है |
कैसी जगह पर उगते हैं पेड़
महोगनी के वृक्षों को उस जगह पर उगाया जाता है, जहा तेज हवाएं कम चलती है, क्योकि इसके पेड़ 40 से 200 फ़ीट की लम्बाई तक लम्बे होते है किन्तु भारत में यह पेड़ केवल 60 फीट की लम्बाई तक ही होते है इन पेड़ो की जड़े कम गहरी होती है, और भारत में इन्हें पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर किसी भी जगह उगाया जा सकता है महोगनी के पेड़ो की खेती कर अच्छी कमाई की जा सकती है. इसके पेड़ो को किसी भी उपजाऊ मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन जल भराव वाली भूमि में इसके वृक्षों को न लगाए और न ही पथरीली मिट्टी में लगाए इन पेड़ो के लिए मिट्टी का P.H. मान सामान्य होना चाहिए |
महोगनी के पेड़ के लिए मौसम
महोगनी की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु को सबसे अच्छा माना जाता है, अधिक वर्षा इसके पेड़ो के लिए उपयुक्त नहीं होती है सामान्य मौसम में इसके पेड़ो का अच्छे से विकास होता है, जब इसके पौधो को लगाया जाता है तब इनको तेज गर्मी और सर्दी से बचाना होता है महोगनी के पौधो को अंकुरित और विकसित होने के लिए सामान्य तापमान की आवश्यकता होती है, सर्दियों के मौसम में 15 और गर्मियों के मौसम में 35 डिग्री के तापमान में अच्छे से विकास करते है |
भारत में उगायी जाती है पांच विदेशी किस्में
भारत में इसके पेड़ो की अभी तक कोई खास प्रजाति नहीं है, अभी तक केवल 5 विदेशी किस्मे कलमी किस्मो को ही उगाया गया है जिनमें क्यूबन, मैक्सिकन, अफ्रीकन, न्यूज़ीलैंड, और होन्डूरन आदि किस्में शामिल हैं पेड़ो की यह सभी किस्मे पौधे और उनकी उपज की गुणवत्ता के आधार पर उगाई जाती है, यह पौधे लम्बाई में 50 से 200 फीट तक होते है |
कहां से खरीदे पौधे
महोगनी की खेती के लिए इसके पौधों को किसी भी पंजीकृत सरकारी कंपनी से ख़रीदा जा सकता है, इसके अतिरिक्त इसके पौधों को नर्सरी में भी तैयार किया जा सकता है पौधों को नर्सरी में तैयार करने में अधिक समय व मेहनत लगती है इसलिए इसके पौधों को खरीद कर लगाना ज्यादा उचित होता है नर्सरी से पौधों को खरीदते समय यह जरूर ध्यान रखे कि पौधे दो से तीन वर्ष पुराने और अच्छे से विकसित हो पौधों को लगाने के लिए जून और जुलाई के महीने को ज्यादा उपयुक्त माना गया है |
खेत के बीच लगा सकते हैं दलहनी फसल
महोगनी के पौधे 6 वर्ष में पूर्ण रूप से विकसित होकर पेड़ बन जाते है इस बीच यदि किसान भाई चाहे तो वृक्षों के बीच में खाली पड़ी जमीन में दलहन की फसल को लगा अच्छी कमाई कर सकते है |
महंगी बिकती है लकड़ियां
महोगनी के वृक्ष एक एकड़ में लगभग 12 वर्ष के इंतजार के बाद करोड़ो की कमाई कराते है इसके पेड़ की लकड़ियों का मूल्य दो हज़ार रूपये प्रति घनफिट के हिसाब से होता है इसके बीज और पत्तिया भी अच्छी कीमत पर बिकते है, इसके वृक्षों को ऊगा कर किसान भाई अच्छी कमाई कर सकते है |
Conclusion:- दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने इस पेड़ की खेती से जल्द बन सकते हैं करोड़पति, जानिए क्या है राज के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। इसलिए हम उम्मीद करते हैं, कि आपको आज का यह आर्टिकल आवश्यक पसंद आया होगा, और आज के इस आर्टिकल से आपको अवश्य कुछ मदद मिली होगी। इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
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