कुंडली में राहु दोष होने पर विवाह में होती है देरी, ये है दूर करने के उपाय – Rahu Dosh Upay: जन्म कुंडली में किसी ग्रह के अशुभ स्थिति में होने पर जातक के जीवन में कई परेशानी खड़ी हो जाती है। जीवन में अस्थिरता बनी रहती है। कुंडली में मौजूद राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है। इनकी अशुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन में हलचल पैदा करती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्म कुंडली में इनकी छाया होने पर बनते हुए काम बिगड़ने लगते हैं। हालांकि कुछ अवसर में ये फलदायी होते हैं।
ज्योतिषीयों के अनुसार किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु के बीच में अशुभ ग्रहों के आ जाने से कालसर्प दोष लगता है। जातक के जीवन पर इसका प्रभाव पड़ता है। अगर कुंडली में राहु कमजोर स्थिति मे है, या विवाह घर में विराजमान होता है। तब शादी में देरी होने लगती है। कई बार रात को सोते हुए नींद टूट जाती है। ऐसे में व्यर्ति राहु दोष से पीड़ित होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ उपायों को करने से राहु दोष को दूर किया जा सकता है।
राहु के कमजोर होने पर होती है विवाह में देरी –
ज्योतिषीयों के अनुसार किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु (Rahu Dosh dur karne ke upay) के बीच में अशुभ ग्रहों के आ जाने से कालसर्प दोष लगता है। जातक के जीवन पर इसका प्रभाव पड़ता है। अगर कुंडली में राहु कमजोर स्थिति मे है, या विवाह घर में विराजमान होता है। तब शादी में देरी होने लगती है। कई बार रात को सोते हुए नींद टूट जाती है। ऐसे में व्यक्ति राहु दोष से पीड़ित होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ उपायों को करने से राहु दोष को दूर किया जा सकता है।
जन्म कुंडली में राहु की अशुभ स्थिति दूर करने के उपाय –
राहु दोष से पीड़ित व्यक्ति को भगवान शिवजी और श्रीहरि की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से राहु का प्रभाव कम होता है। वहीं सोमवार और शनिवार के दिन पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए।
कुंडली में राहु दोष होने पर जातक को नियमित मंत्र ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के नियमित जाप से राहु दोष से मुक्ति मिलती है।
राहु दोष दूर करने के लिए जल में कुश डालकर स्नान करना चाहिए।
राहु दोष से पीड़ित व्यक्ति को शनिवार के दिन मीठी चीज खाने से परहेज करना चाहिए।
मान्यता के अनुसार गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से राहु का बुरा प्रभाव कम होता है।
ऊं नमः शिवाय और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से राहु-केतु दोष दूर होता है।
अगर राहु के अशुभ प्रभाव के कारण पैसा अटक गया है। तब उसे निकालने के लिए प्रतिदिन पक्षियों को दाना डालें।
राहु के (Rahu Dosh dur karne ke upay) अशुभ प्रभावों से बचने के लिए सोते समय सिरहाने जौ रखकर सोए। सुबह उनका दान कर दें।
राहु के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए गोमेद युक्त राहु यंत्र लॉकेट में बनवा कर धारण करें।
राहु के अशुभ फल को दूर करने के लिए चांदी का नाग बनवाकर उसकी पूजा करें। फिर उसे किसी मंदिर में दान कर दें।
केतु का नकारात्मक प्रभाव –
लाल किताब अनुसार अब केतु का प्रभाव जानें। संसार में दो तरह के केतु होते हैं। पहला कुत्ता जो घर की रखवाली करता है और दूसरा चूहा जो घर को खोखला कर देता है। इस तरह के मित्र और रिश्तेदार भी होते हैं। घर में चूहों की तादाद ज्यादा है तो समझों केतु का प्रभाव ज्यादा है।
केतु रात की नींद हराम कर देता है। धन का अनावश्यक अपव्यय करा देता है। पेशाब की बीमारी, जोड़ों का दर्द, सन्तान उत्पति में रुकावट और गृहकलह का कारण भी केतु है। बच्चों से संबंधित परेशानी, बुरी हवा या अचानक धोखा होने का खतरा भी केतु के अशुम होने के कारण बना रहता है।
केतु का सकारात्मक प्रभाव –
केतु का शुभ होना अर्थात पद, प्रतिष्ठा और संतानों का सुख। यह नकान, दुकान या वाहन पर ध्वज के समान है। शुभ केतु से व्यक्ति का रुतबा कायम रहता है।
1. जन्म कुंडली में राहु की अशुभ स्थिति दूर करने के लिए व्यक्ति को भगवान शिवजी और श्रीहरि की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से राहु का प्रभाव कम होता है। वहीं सोमवार और शनिवार के दिन पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए।
2. कुंडली में राहु दोष होने पर जातक को नियमित मंत्र ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के नियमित जाप से राहु दोष से मुक्ति मिलती है।
3. राहु दोष दूर करने के लिए जल में कुश डालकर स्नान करना चाहिए।
4. राहु दोष से पीड़ित व्यक्ति को शनिवार के दिन मीठी चीज खाने से परहेज करना चाहिए।
5. मान्यता के अनुसार गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से राहु का बुरा प्रभाव कम होता है।
6. ऊं नमः शिवाय और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से राहु-केतु दोष दूर होता है।
7. अगर राहु के अशुभ प्रभाव के कारण पैसा अटक गया है। तब उसे निकालने के लिए प्रतिदिन पक्षियों को दाना डालें।
8. राहु के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए सोते समय सिरहाने जौ रखकर सोए। सुबह उनका दान कर दें।
9. राहु के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए गोमेद युक्त राहु यंत्र लॉकेट में बनवा कर धारण करें।
10. राहु के अशुभ फल को दूर करने के लिए चांदी का नाग बनवाकर उसकी पूजा करें। फिर उसे किसी मंदिर में दान कर दें।
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