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सुबह दौड़ने से क्या फायदे

सुबह दौड़ने से क्या फायदे

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नमस्कार दोस्तों आज हम बात करेंगे सुबह दौड़ने से क्या फायदा होता हैं अगर आप सुबह जल्दी उठते हैं तो आपने अपने शरीर के अंदर अनेकों फायदे देखे होंगे इस प्रकार आज हम बात करेंगे कि सुबह दौड़ने से मानव शरीर के लिए कौन-कौन से लाभदायक फायदा होते हैं तो चलिए चलते हैं इस आर्टिकल में विस्तार से बात करेंगे।

शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने का सबसे अच्छा तरीका दौड़ना है। दौड़ने का महत्व एक्सरसाइज में सबसे ज्यादा है, जिससे शरीर लचीला बन सकता है और बॉडी की अकड़न दूर हो सकती है। किसी भी प्रकार की फिजिकल एक्सरसाइज का आधार रनिंग है। यह शरीर को संपूर्ण रूप से स्वस्थ रखने का काम कर सकती है, लेकिन क्या आप दौड़ का सही तरीका जानते हैं? इस लेख में हम आपको दौड़ के विभिन्न शारीरिक फायदों के साथ-साथ रनिंग से जुड़े जरूरी टिप्स भी देंगे, जिनका पालन कर आप इस फिजिकल एक्टिविटी के स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं। सुबह दौड़ने से क्या फायदे

दौड़ने के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं –

वजन कम करना –
यदि आप मोटे हैं या आपका वजन बढ़ा हुआ है तो आपको रोज सुबह में जरूर दौड़ना चाहिए क्योंकि दौड़ने से वजन कम होता है और अतिरिक्त चर्बी भी कम हो जाती है ।

हड्डियां मजबूत –
यदि आप रोज सुबह में दौड़ते हैं तो आपके शरीर की हड्डियां और खासकर पैरों की हड्डियां मजबूत बनती है जिसकी वजह से आसानी से नहीं टूटती और आपको गठिया जैसे रोग जल्दी नहीं होते है।

तनाव खत्म –
दौड़ने वाले लोगों में ज्यादातर यह पाया गया है कि उन में तनाव कम होता है क्योंकि उनके शरीर में दौड़ने के कारण टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ जाता है ।

ऊर्जा का संचार –
यदि आप रोज सुबह में दौड़ते हैं तो आपके शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है जिसकी वजह से आप ज्यादा ताकतवर महसूस करते हैं ।

पाचन तंत्र बनता है मजबूत –
यदि आप रोज सुबह दौड़ते हैं तो उसकी वजह से आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है और आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म भी अच्छा हो जाता है जिसकी वजह से आपको ज्यादा भूख लगती है ।

अतिरिक्त चर्बी –
यदि आप रोज सुबह दौड़ते हैं तो आपके शरीर में जमी हुई अतिरिक्त चर्बी कम होती है जिसकी वजह से आपको हार्ट अटैक की बीमारी होने की संभावना बहुत कम हो जाती है ।

स्वस्थ दिमाग –
सुबह दौड़ने से आपके दिमाग की शक्ति बढ़ती है और आपका दिमाग भी स्वस्थ रहता है जिसकी वजह से आपका काम में मन भी लगता है ।

अच्छी नींद –
यदि आपको कम नींद आती है या रात में नींद नहीं आती है तो आप दिन में दौड़ना शुरू कर दें क्योंकि सुबह में दौड़ने के कारण आपके शरीर में थकान होती है जिसकी वजह से रात में आपको अच्छी नींद आती है |

डायबिटीज को करता है कम –
यदि आप सुबह दौड़ेंगे तो यह टाइप टू डायबिटीज को कम कर देगा जिसकी वजह से आपको ज्यादा डायबिटीज की दवाइयां नहीं खानी पड़ेगी और आप स्वस्थ रहेंगे ।

डिप्रेशन करता है कम –
दौड़ने से हमारे शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन कम होता है जिसकी वजह से आप डिप्रेशन से बाहर निकलते हैं और अच्छा महसूस करते हैं ।

कोलेस्ट्रोल को करता है कम –
सुबह दौड़ने से आपके शरीर का कोलेस्ट्रॉल कम होता है जिसकी वजह से आपको हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से छुटकारा मिलता है ।

स्वस्थ शरीर –
यदि आप सुबह दौड़ते हैं तो आपको एक स्वस्थ और सुडौल शरीर मिलता है और लोग आपकी ओर आकर्षित होते हैं ।

अच्छा महसूस कराता है –
दौड़ने से हमारे शरीर में कोर्टिसोल लेवल कम होता है और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन ज्यादा बनता है जिसकी वजह से यह हमें अच्छा महसूस कराता है ।

सहन शक्ति बढ़ाता है –
समान रफ्तार में दौड़ने से हमारे दिमाग की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं जिसकी वजह से दिमाग की सहनशक्ति बढ़ती है ।

स्टेमिना को बढ़ाता है –
यदि आपके अंदर स्टेमिना की कमी है और आप किसी भी काम को करने में जल्दी थक जाते हैं तो आज से ही दौड़ना शुरू कर दें क्योंकि दौड़ने से आपका स्टेमिना बढ़ने लग जाता है ।

बुढ़ापा देरी से आता है –
कोई भी समय से पहले बुढा दिखना नहीं चाहता है. बहुत से लोग होते है जो युवावस्था में भी वृद्ध दिखने लगते हैं. जाहिर ही ऐसा कोई अपने साथ होने देना नहीं चाहते है. इसका सरल सा उपाय है रोजाना सुबह दौड़ लगाएं इससे जवानी बरकरार रहेगी और लम्बे समय तक चेहरे का सौन्दर्य भी बना रहेगा

तनाव खत्म होता है –
आज के समय में हमारी जिंदगी में बहुत से तनाव होते हैं और ध्यान या योग करना कई लोगो के लिए बहुत मुश्किल होता है | अगर आप रोज कुछ मिनट दौड़ लगाते हैं तो आप का तनाव बहुत हद तक कम हो जाएगा और आप को अपने काम को करने के लिए पूरी एनर्जी मिल जायेगी |

दिन में एक घंटा दौड़ना हमारे जीवन में 7 घंटे जोड़ने के बराबर है –

कुल मिलाकर, नए शोध ने पिछले शोध के निष्कर्षों को सुदृढ़ किया। डेटा ने संकेत दिया कि गति या माइलेज की परवाह किए बिना दौड़ने से व्यक्ति की अकाल मृत्यु का जोखिम लगभग 40% कम हो जाता है।

इन नंबरों का उपयोग करते हुए, वैज्ञानिकों ने निर्धारित किया कि यदि अध्ययन में भाग लेने वाले सभी नॉन-रनर भी इस खेल को अपनाते हैं, तो कुल मिलाकर 16% कम मौतें और 25% कम घातक दिल के दौरे होंते।

शोधकर्ताओं ने एक बहुत ही दिलचस्प बात यह पाई कि दौड़ने से लोगों के जीवन के समय में वृद्धि होती है।

डेटा से पता चला है कि एक सामान्य धावक लगभग 40 साल तक दौड़ने में 6 महीने से भी कम समय दौड़ने में बिताएगा, लेकिन वह अपने जीवनकाल में 3.2 साल की वृद्धि की उम्मीद कर सकता है।

वैसे तो हर तरह की कसरत आप को सेहतमंद बना सकती है और कई फायदे भी दे सकती है, लेकिन अगर हम सब से अच्छी कसरत की बात करे तो कई एक्सपर्ट्स आप को दौड़ लगाने की सलाह देंगे | वो आप को दौड़ने की सलाह इस लिए देते हैं की ये एक कसरत आप को बहुत सारे फायदे दे सकती है | यहाँ मै आप के साथ उन फायदों को शेयर कर रहा हूँ जो आप को रोज दौड़ लगाने से मिल सकते हैं और आप को दौड़ने के लिए उत्साहित कर सकते हैं |सुबह दौड़ने से क्या फायदे

दौड़ने से पहले किन चीजों का ध्यान रखें –

यदि आप आज अथवा कल से ही दौड़ना आरम्भ कर रहे है तो कुछ टिप्स और सुझाव है जिनका आपको पालन करना चाहिए. दौड़ दिन के किसी भी समय लगाई जा सकती हैं. मगर सुबह और शाम का वक्त सबसे अच्छा माना जाता हैं

दौड़ने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह का पांच से छः बजे के बीच का होता हैं. इस दौरान सडकों पर ट्रेफिक बहुत कम होता है वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण न होने से बेहद शांत और उगते सूरज का सुहावना मौसम और साफ़ हवा होती हैं

लम्बे समय तक आपने दौड़ नहीं लगाई हैं तो शुरू में आप कम दूरी पर बहुत धीमी गति से दौड़ना आरम्भ करे, कुछ सप्ताह के बाद आप इसे बढ़ा सकते हैं यदि आप लम्बी दूरी के लिए निकल रहे है तो पानी की बोतल साथ रखे

दौड़कर आने के तुरंत बाद एयरकंडीशनर या पंखे की हवा में न बैठे शरीर ठंडा करे तथा बाद में पानी पीए. यदि किसी बिमारी से आप ग्रसित हैं खासकर अस्थमा आदि से तो डोक्टर की सलाह के बाद ही आपको रनिंग शुरू करनी चाहिए |

सुबह दौड़ने के लिए स्थान का चयन सोच समझकर करें. अधिक भीडभाड़ और सुरक्षा के लिहाज से खतरे वाले क्षेत्रों से गुजरने से बचें. आप किसी मैदान , रनिंग ट्रेक या फुटपाथ पर दौड़ लगा सकते हैं. हल्के फुल्के कपड़े नाईट वियर या हाफ पेंट में दौड़ना अधिक आसान रहता हैं |

किस तरह के खाद्य पदार्थों या पेय पदर्थों का सेवन करना चाहिए –

दौड़ने का शरीर को बेहतर लाभ मिले इसलिए खान-पान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। रिसर्च के अनुसार निम्नलिखित खाद्य या पदार्थों का सेवन करना लाभकारी माना जाता है। जैसे:
1. हरी सब्जियां
2. ताजे फल
3. बिन्स
4. नट्स
5. मीट (अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं) या ग्रिल्ड चिकेन का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है
6. चीनी का सेवन न करें या कम से कम करें
7. ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जिनमें कार्ब्स एवं प्रोटीन की मात्रा ज्यादा हो
8. दौड़ने के बाद चॉकलेट मिल्क का सेवन किया जा सकता है
9. हर व्यक्ति के दौड़ने का उदेश्य अलग होता है, जैसे कुछ लोग वजन कम करने के लिए दौड़ते हैं, कुछ लोग किसी कॉम्पिटिशन एग्जाम में पास होने के लिए दौड़ते हैं या कोई वजन न बढ़े इसलिए दौड़ते हैं। इसलिए अगर आप किसी खास उदेश्य से रनिंग करते हैं, तो बेहतर लाभ के लिए डायटीशियन से डायट प्लान को जरूर समझें।

क्या रोजाना दौड़ना पूरी तरह से सुरक्षित है –

यदि आप पहली बार अपने अंदर रनिंग की आदत को शुमार करने जा रहे हैं तो इससे पहले आपको कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। क्योंकि दौड़ने का असर आपकी पूरी बॉडी पर पड़ता है इसलिए अगर आप शुरुआत करने जा रहे हैं तो अहम बातों को ध्यान में अवश्य रखें। रोजाना एक सीमित समय से ज्यादा दौड़ना भी आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। इसके साथ ही दौड़ने की सही प्रक्रिया को फॉलो ना करने से आपको चोट भी लग सकती है। दौड़ने से पहले इन बातों को जरूर सुनिश्चित कर लें।
1. कभी भी पहले दिन 2 मिनट से ज्यादा न दौड़े, रनिंग से पहले थोड़ा वार्मअप करना भी आवश्यक माना जाता है।
2. एक हफ्ते में कम से कम 3 या 5 दिन अवश्य दौड़ें।
3. किलोमीटर के हिसाब से या समय के हिसाब से आप रोजाना या साप्ताहिक आधार में दौड़ने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। एक ही दिन में हद से ज्यादा दौड़ लेने से दिक्कतें हो सकती हैं।
4. रनिंग बेनिफिट्स चाहिए तो दौड़ने के दौरान अच्छे जूतों का इस्तेमाल करना भी जरूरी माना जाता है। जूते यदि कम्फर्टेबल ना हो तो आपके पैरों में सूजन आ सकती है या चोट भी लग सकती है। टाइट जूते न पहनें और जूते के साथ अच्छे मोजे का भी चयन करें।
5. दौड़ने के लिए सही पोस्चर और दिशा का ध्यान रखना भी आवश्यक है।
6. पहले ही दिन तेज दौड़ने की जगह तेज कदमों से टहलना ज्यादा अच्छा माना जाता है। इसके बाद आप धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ा सकते हैं।
7. अगर आप लॉन्ग रूट वॉकिंग करते हैं, तो हमेशा एक ही रस्ते में न दौड़ने।
8. ऐसे रोड पर दौड़ने न जाएं जहां ट्रैफिक हो या गाड़ियां ज्यादा चलती हों।
9. आप मॉर्निंग रनिंग, इवनिंग रनिंग या फिर जॉगिंग पर जाते हैं, जाने और वापस आने का टाइम तय रखें और दौड़ने या जॉगिंग के दौरान बात न करें। अगर आप म्यूजिक के शौकीन हैं, तो गाना सुनते हुए आप इस एक्टिविटी को कर सकते हैं। लेकिन इस दौरान यह ध्यान रखें की गाने की आवाज ज्यादा तेज न हो। क्योंकि अत्यधिक तेज आवाज कानों के लिए ठीक नहीं होती, तो वहीं तेज आवाज की वजह से आप जहां दौड़ रहें हैं वहां की बाहरी गति विधियों की भी जानकारी आप तक नहीं पहुंचेंगी।
10. दौड़ने या जॉगिंग पर जाने से पहले, दौड़ने के दौरान एवं दौड़ने के बाद बॉडी को डिहाइड्रेट होने से बचाएं और ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।
11. दौड़ने के पहले अत्यधिक खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
12. फिट रहने के लिए जिस तरह दौड़ने को आप अपने डेली रूटीन में शामिल कर रहें हैं या कर रहीं हैं, तो हेल्दी डायट प्लान फॉलो करें।
13. आपने साथ अपना मोबाइल फोन जरूर रखें। क्योंकि आवश्यकता पड़ने पर आप अपने परिवार वालों या किसी निकट संबंधी को जरूर कॉल कर सकते हैं।
14. अगर दौड़ने के दौरान चोट लग जाती है, तो बिना देर किये डॉक्टर से संपर्क करें।
15. दौड़ना सेहत के लिए लाभकारी होता है, लेकिन कुछ खास शारीरिक परेशानियों से पीड़ित लोगों को दौड़ने से परहेज करना चाहिए।

दौड़ने से पहले इन बातों का ख्याल रखे –

1.) सबसे पहले अपने डॉक्टर से जरूर मिलें और उनसे अपने दौड़ने के विषय में सलाह लें। यह तब जरूरी होता है जब आपकी उम्र 40 या उससे अधिक हो, आपका मोटापा बहुत ज्यादा हो, लम्बे समय से व्यायाम ना किया हो या आपको किसी अन्य प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी असुविधा हो तो।

2.) दौड़ना एक उच्च तीव्रता वाला कार्डियोवास्कुलर वर्कआउट है जिसके कई शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और फिटनेस लाभ हैं। यह सबसे अधिक आसानी से किया जा सकने वाला एरोबिक व्यायाम है। इसे आसानी से सीखा जा सकता है और दौड़ने के जूतों की एक अच्छी जोड़ी, आरामदायक कपड़े, पानी की बोतल और एक तौलिए के अलावा किसी भी महंगे उपकरण की आवश्यकता नहीं है।

3.) कठोर सतहों जैसे सीमेंट वाली सड़कों और ज़मीन पर दौड़ने से बचें। घास आउटडोर के लिए एक बेहतर विकल्प है। सख्त सतह पर नियमित रूप से उच्च तीव्रता और उच्च प्रभाव वाली गतिविधियां जैसे दौड़ना और जॉगिंग करने से मॅस्कुलोस्केलेटल (मांसपेशी और हड्डी ) की क्षति हो सकती है।

4.) हॉयड्रेशन दौड़ने के पहले, बीच में और बाद में बहुत महत्वपूर्ण है। आप पसीने के रुप में बहुत सा पानी और लवण खो देते हैं और इसलिए इनकी पूर्ति बहुत महत्वपूर्ण है।

5.) सड़क के पास ना दौड़ें। इससे अस्थमा के रोगियों को गाड़ियों के Pollution के कारण सांस की शिकायत हो सकती है। इसलिए जितना हो सके सुबह के समय दौड़ें।सुबह दौड़ने से क्या फायदे

दौड़ने के लिए आदर्श तरीका क्या है –

गर्भावस्था के विभिन्न चरणों में दौड़ने का आइडियल तरीका अलग-अलग होता है। पहली तिमाही के दौरान चूंकि वजन में विशेष बढ़ोतरी नहीं होती है, ऐसे में केवल बेसिक सावधानियां बरतकर दौड़ने से आपके शरीर को कोई नुकसान नहीं होता है। आपको केवल ओवर हीटिंग (जरूरत से ज्यादा गर्म होने) से बचना चाहिए और सीमित मात्रा में ही दौड़ना चाहिए। दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान आपको अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है। शरीर में होने वाले हॉर्मोनल बदलावों और वजन बढ़ने के कारण इस चरण के दौरान घुटनों और पेल्विक फ्लोर पर पड़ने वाला तनाव बढ़ जाता है।

1. पहली तिमाही –
गर्भावस्था की पहली तिमाही में दौड़ने के दौरान नीचे दिए गए टिप्स को फॉलो करना चाहिए:
हाइड्रेटेड रहें और दौड़ने के पहले और बाद पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। दौड़ने के बाद होने वाला वेट लॉस फ्लूइड कम होने के कारण होता है और पर्याप्त पानी पीकर इसे रोका जा सकता है।
हल्के मटेरियल से बने ढीले कपड़े पहन कर अपने शरीर को ठंडा रखा जा सकता है।
त्वचा के कालेपन को कम करने के लिए अच्छे सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें और धूप से अपनी त्वचा को बचाएं।
अच्छे रनिंग शूज पहनें, जिनसे आपके पैरों को अच्छा सपोर्ट मिले। इनकी कुशनिंग अच्छी होनी चाहिए, ताकि यह झटकों को झेल सके।
एक सपोर्टिव ब्रा पहनें, ताकि जब आपके ब्रेस्ट का आकार बढ़े, तो ब्रा भी उसके अनुसार फैल सके।
पहली तिमाही में आपका शरीर बच्चे को अपने अंदर बड़ा करने के लिए तैयार हो रहा होता है। इसलिए यदि आप सावधानियां बरतती हैं, तो शुरुआती प्रेगनेंसी में दौड़ने या जॉगिंग करने की सलाह दी जा सकती है।

2. दूसरी तिमाही –
दूसरी तिमाही के दौरान आपका वजन बढ़ता है, इसलिए यह जरूरी है कि आप प्रेगनेंसी के दौरान दूसरी तिमाही में दौड़ते समय संतुलन में आने वाले बदलाव के प्रति सावधान रहें।
दौड़ने के लिए सुरक्षित रास्ता चुनें, ताकि गिरने और चोट लगने से बचाव हो सके।
ऐसे एकांत रास्तों में जॉगिंग न करें, जहां जरूरत पड़ने पर मेडिकल मदद मिलने में रुकावट आए। एक बेली सपोर्ट बैंड के साथ अपने पेट को सपोर्ट दें। कुछ भी असुविधा या परेशानी के संकेतों पर नजर रखें और जरूरत पड़ने पर इन्हें रोकने के लिए तैयार रहें।

3. तीसरी तिमाही –
गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में दौड़ते समय कृपया नीचे दी गई सावधानियों का ध्यान रखें:
1. इस स्तर पर शरीर की जरूरतों के प्रति संवेदनशील होना जरूरी है। थकावट और तनाव मां और बच्चे दोनों के लिए ही नुकसानदायक हो सकता है।
2. अगर इस स्तर पर आप बेहद थका हुआ महसूस करती हैं और दौड़ना जारी रखने में कठिनाई महसूस करती हैं, तो अपने शरीर की सुनें और एक ब्रेक लें।
3. गर्भावस्था के इस चरण के दौरान दौड़ने के बजाय वॉकिंग करना बेहतर होता है।
4. गर्भावस्था के दौरान दौड़ने के क्या फायदे होते हैं?
5. शरीर और हृदय के अच्छी तरह से काम करने के लिए दौड़ना एक अच्छी एक्सरसाइज है। 6. इससे आपको शारीरिक और मानसिक तौर पर एक बूस्ट मिलता है। अगर सीमित मात्रा में किया जाए और जरूरी सावधानी बरती जाए, तो फिट रहने के लिए दौड़ना या जॉगिंग करना एक बेहतरीन तरीका है। रनिंग या जॉगिंग से जेस्टेशनल डायबिटीज से बचाव होता है, पीठ के दर्द से आराम मिलता है और प्रेगनेंसी के कारण होने वाले पोस्चरल पेन से भी राहत मिलती है। जिसके नतीजे के रूप में आप अच्छी नींद सो पाते हैं।

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